इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने मरीज के परिजनों को राहत दी है। खबरों के अनुसार उन्होंने अस्पताल संचालकों को स्पष्ट हिदायत दी कि किसी भी स्थिति में शव को रोका नहीं जाए। अगर रुपयों के लेन-देन को लेकर परेशानी है तो उसे बाद में सुलझाया जाए, लेकिन इलाज के दौरान हुई मृत्यु के बाद शव को तुरंत परिजनों को सौंपना होगा। वहीं कलेक्टर ने यह भी कहा कि रुपयों के साथ अटेंडर की संख्या को नियंत्रित किया जाए।