
हर हाल में पिसता और पिटता तो आम आदमी ही है !
-अन्ना दुराई हर हाल में पिसता और पिटता तो आम आदमी ही है, मैं अपनी इन्हीं पंक्तियों को आगे बढ़ा रहा हूँ। कहीं भी कोई ठोक देता है। कहीं भी कोई बजा जाता है। जगह जगह अपमानित होना मेरा धर्म है। दिन भर सभी के सामने गिड़गिड़ाना मेरी नियती है। मैं हूँ आम आदमी। वाकई…