
चलो वृंदावन चलेंगे राधे-राधे, बालाजी तोसे लागी लगन मत छोड़ना, राम आएंगे तो अंगना सजाऊंगी जैसे मधुर भजनों की धुन पर नृत्य करती अनुराधा कश्यप, संगीता महेश्वरी, प्रदीप साबू, अक्षय काबरा, अभिषेक मंत्री, संजय चौहान और भगवान श्री राम स्वरूप में नौका विहार करते बालाजी को निहारते श्रद्धालु भक्त, पुष्करणी का नीला नीला अभयुक्त जल जिसे गंगा, यमुना ,नर्मदा आदि सात नदियों के जल से पवित्र किया गया था, साथ ही इसमें गुलाब जल, इत्र ,गोमूत्र भी मिलाया गया था, भगवान की मस्ती में भजन गाते हरिकिशन साबू भोपू जी यह सब दृष्टिगोचर हो रहा था श्री पद्मावती वेंकटेश देवस्थान में चल रहे पंचदिवसीय ब्रह्मोत्सव के द्वितीय दिवस पर। स्वामी जी श्री केशवाचार्य जी महाराज एवं युवराज स्वामी श्री यतींद्रचार्य जी महाराज के सानिध्य में पुजारी जी ने आदित्य मालपानी परिवार से भगवान का पूजन अर्चन करवाया और आरती के पश्चात नौका विहार प्रारंभ किया गया। मंदिर समिति के गिरीश कश्यप, अंकित अग्रवाल ने बताया कि प्रातः के सत्र में भगवान श्री वेंकटेश बालाजी का महाभिषेक दूध, दही, केसर, चंदन, शहद व पवित्र नदियों के जल से किया गया साथ ही स्त्रोत पाठ हुए। तत्पश्चात पट्टाभिषेक एवं यज्ञ पूजन किया गया। मंदिर समिति के मनोहर सोनी बंशीधर सोमानी एवं नितिन तापड़िया ने बताया कि 10 जनवरी को सायंकाल भगवान वेंकटेश बालाजी का फूल बंगला सजाया जावेगा जिसमें भगवान श्री वेंकटेश का बंगला अयोध्या में बना रहे राम मंदिर के गर्भगृह की छटा लिए होगा और बालाजी श्री रामस्वरूप में दर्शन देते हुए दिखाई देंगे। इसमें ड्राई फ्रूट एवं विभिन्न प्रकार के फूलों का प्रयोग होगा एवं फूलों की रंगोली भी सजाई जावेगी इस दौरान राम हुरकट अपने भजनों की प्रस्तुतियां देंगे। 11 जनवरी को प्रातः 11 बजे गोदा रंगनाथ जी का बाना एवं विवाह उत्सव होगा। सायंकाल 5 बजे से रथ यात्रा निकाली जावेगी।