
बारिश के मौसम में आंखों की देखभाल करना बहुत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि इस मौसम में जो ह्यूमेडिटी होती है यानी बारिश में जो नमी सी बनी रहती हैं वो बैक्टीरिया, फंगस आदि जैसे अन्य जो कीटाणु होते हैं उन्हें विकसित करने का अनुकूलित वातावरण देती है, जिसकी वजह से बारिश के मौसम में संक्रमण का खतरा अधिक हो जाता हैं। क्रिएट स्टोरीज एनजीओ द्वारा दिल्ली पब्लिक स्कूल राऊ कैंपस में मानसून आई केयर पर आई स्पेशलिस्ट डॉ अमित सोलंकी ने चर्चा की। इस खास मौके पर प्रिंसिपल आशा नायर, वाइस प्रिंसिपल राजेश शर्मा और वैशाली खरनाल मौजूद थे। डॉ. सोलंकी ने बताया कि बारिश में होने वाले आंखो के इस संक्रमण को मद्रास आई या पिंक आईज या गुलाबी आंखे कहते है और इस संक्रमण से बचने के लिए हम सभी को कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।
स्वच्छता बनाएं रखें :
अपने हाथों को अच्छी तरह से धोएं और साफ रखें, खासतौर से आखों को छूने से पहले। आखों में धूल या गंदगी जाने से बचें,और यदि धूल, मिट्टी चली भी जाए तो तुरंत साफ पानी से धोएं।
आंखों को संक्रमण से बचाएं:
किसी और के टॉवल, रुमाल या किसी भी व्यक्तिगत वस्तु का इस्तेमाल न करें और आंखों में खुजली, लालिमा या पानी आने जैसी समस्याओं को बिलकुल नजरअंदाज न करें। यह संक्रमण का संकेत हो सकता है।
कॉन्टेक्ट लेंस का सही इस्तेमाल जरूरी :
बारिश के दौरान कॉन्टेक्ट लेंस का उपयोग करते समय अतिरिक्त सावधानी बरतें। सुनिश्चित करें कि लेंस साफ और स्टरलाइजेशन हो और सोने से पहले कॉन्टेक्ट लेंस को निकाल लें और उन्हें ठीक से स्टोर करें।
बारिश के दौरान आंखो में कॉस्मेटिक्स का सही इस्तमाल:
बारिश के दौरान अच्छी गुणवक्ता का और हो सके तो वॉटरप्रूफ मेकअप का उपयोग करें । अपने आई कॉस्मेटिक्स को दूसरों के साथ शेयर करने से बचे ।
जरूरी है आंखों की सुरक्षा :
जब बाहर जाएं तो धूप का चश्मा पहनें। यह न केवल यूवी किरणों से बल्कि हवा में मौजूद धूल और गंदगी से भी बचाता है।
आहार और हाइड्रेशन पर दे खास ध्यान :
आंखों को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन ए, सी और ई युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें। पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं ताकि शरीर और आंखें हाइड्रेटेड रहें।
समय पर डॉक्टर से परामर्श करें :
अगर आंखों में किसी भी प्रकार की समस्या होती है, तो तुरंत नेत्र चिकित्सक से संपर्क करें। इन सुझावों का पालन करके आप मानसून के मौसम में आंखों को सुरक्षित और स्वस्थ रख सकते हैं।