साल का अंतिम चंद्रग्रहण शरद पूर्णिमा के दिन लगने जा रहा है। शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा अपनी 16 कलाओं से परिपूर्ण रहता है ऐसे में इस दिन ग्रहण लगना बेहद महत्वपूर्ण रहने वाला है। यह चंद्रग्रहण मेष राशि में लगने जा रहा है।
चंद्र-ग्रहण का समय
चंद्रग्रहण 28 अक्टूबर 2023, शनिवार देर रात 1 बजकर 5 मिनट से लेकर 2 बजकर 24 मिनट तक रहेगा। यानी यह ग्रहण 1 घंटा 18 मिनट का रहेगा। इस चंद्र ग्रहण का सूतक काल भारत में मान्य होगा। चंद्र ग्रहण का सूतक शाम में 4 बजकर 5 मिनट पर आरंभ हो जाएगा। चंद्र ग्रहण भारत, ऑस्ट्रेलिया, संपूर्ण एशिया, यूरोप, अफ्रीका, दक्षिणी पूर्वी अमेरिका, उत्तरी अमेरिका, कैनेडा, ब्राजील , एटलांटिक महासागर में दिखाई देगा। भारत में यह ग्रहण शुरुआत से अंत तक दिखाई देगा। चंद्र ग्रहण का सूतक शाम में 4 बजकर 5 मिनट पर प्रारंभ हो जाएगा। इस दौरान आपको किसी प्रकार का मांगलिक कार्य, स्नान, हवन और भगवान की मूर्ति का स्पर्श नहीं करना चाहिए। इस समय आप अपने गुरु मंत्र, भगवान नाम जप, श्रीहनुमान चालीसा कर सकते हैं। ध्यान रखें की सूतक काल आरंभ होने से पहले खाने पीने की चीजों में तुलसी के पत्ते डाल दें या इसके अलावा आप इसमें कुश दर्भ भी डाल सकते हैं।
चंद्र ग्रहण मोक्ष काल
चंद्र ग्रहण का मोक्ष होने के बाद स्नान, दान, पुण्य, पूजा उपासना इत्यादि का विशेष महत्व है।