अटल बिहारी वाजपेयी (इंदौर में सन् 2008)

इंदौर आकर सदैव ही सुखद अनुभूति होती है। इंदौर एक पारिवारिक दृष्टिकोण का शहर है। यह आकर ऐसा लगता है मनों अपने परिवार में आया हूँ। अपनेपन का भाव जो यहाँ छिपा है, वह कहीं देखने को नहीं मिला।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *