
जय प्रकाश नारायण (इंदौर में सन् 1975)
इंदौर ऐसा शहर हैं जहाँ सभी परंपराओं के लोग मिल जाते हैं। ये लघु भारत की तरह ही है। यहाँ की संस्कृति मानवीय है। परंपरा व संस्कृति का अनूठा मेल देखने को मिलता है। व्यवहार कुशलता में यहाँ के लोग आगे हैं
इंदौर ऐसा शहर हैं जहाँ सभी परंपराओं के लोग मिल जाते हैं। ये लघु भारत की तरह ही है। यहाँ की संस्कृति मानवीय है। परंपरा व संस्कृति का अनूठा मेल देखने को मिलता है। व्यवहार कुशलता में यहाँ के लोग आगे हैं