
जिला प्रशासन द्वारा विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर दिव्यांग बच्चों को सिम्चा आयलेण्ड पीथमपुर रोड़ का भ्रमण कराया गया। इस अवसर पर दिव्यांग बच्चों हेतु सांस्कृतिक एवं खेलकूद कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिले भर से लगभग 400 बच्चों ने सहभागिता की। प्रति वर्ष विश्व दिव्यांग दिवस 3 दिसंबर को मनाया जाता है परन्तु इस वर्ष मतगणना के कारण 14 दिसंबर को मनाए जाने के निर्देश थे। इसी क्रम में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री सिद्धार्थ जैन के निर्देशानुसार एवं संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय एवं निःशक्त जन सशक्तिकरण विभाग श्रीमती सुचिता तिर्की बेक, जिला परियोजना समन्वयक जिला शिक्षा केन्द्र डॉ. शांता स्वामी भार्गव के मार्गदर्शन में तथा रेडक्रॉस सोसाइटी के सौजन्य से 14 दिसंबर को जिला स्तरीय विश्व दिव्यांग दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें जिले भर से शासकीय स्कूलों के दिव्यांग छात्र, छात्राएं, स्वयंसेवी संस्थाओं के बच्चे, विभिन्न छात्रावासों में निवासरत दिव्यांग कुल मिलाकर लगभग 400 बच्चों ने सहभागिता की। बच्चों को अटल सिटी ट्रांसपोर्ट बस सर्विस की बसों से एवं कुछ स्वयंसेवी संथाओं द्वारा स्वयं के वाहन से स्थल पर ले जाया गया। इस वर्ष यह कार्यक्रम पारंपरिक तरीकों के बजाए बच्चों को एडवेंचर पार्क “सिम्चा आइलैंड” भ्रमण कराया गया। उक्त स्थल पर होने वाली समस्त गतिविधियों जैसे ट्रेमपोलिंन पार्क, पेंटबॉल, जाइंट स्विंग, हाई रोप, रोकेट इजेक्टर, टॉय ट्रेन, पोल वाक, सूमो रेसलिंग, बलून शॉट, पांडा राइड, डैशिंग कार, ड्रैगन कोस्टर, गो कार्ट, ट्विन साइकिलिंग इत्यादि नेक गतिविधियाँ दिव्यांग बच्चों ने अपने अभिभावकों, शिक्षकों एवं केयर गिवरों की देखरेख में की। बहुत कम मौके ऐसे आते हैं जब इन बच्चों को ऐसे स्थानों में घूमने का मौका मिलता है। इसलिए सभी बच्चों ने इसका भरपूर आनंद उठाया। बच्चों के चेहरों में ख़ुशी देखते ही बनती थी। भोजन के पश्चात् सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न संस्थाओं के बच्चों ने गायन, माइम, कविता एवं नृत्य आदि में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में प्रेरणा स्वरुप विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री सतेन्द्र सिंह लोहिया मौजूद थे, जिन्होंने दोनों पैरों से दिव्यांग होते हुए भी इंग्लिश चैनल तैर कर पार किया एवं राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के अनेकों पुरस्कार जीते है। इन्होंने अपने उद्बोधन में दिव्यांग बच्चों से कभी हार न मानते हुए हमेशा मुसीबतों का डटकर सामना करने का हौसला दिया। इसके अतिरिक्त अन्य विशिष्ट अतिथि दोनों हाथों से दिव्यांग श्री विक्रम अग्निहोत्री जिनके दोनों हाथ न होते हुए भी भारत के पहले ऐसे व्यक्ति बने जिन्हें ड्राइविंग लाइसेंस जारी किया गया है। उन्होंने अपने उद्बोधन में बताया कि दोनों हाथ न होने के बाद भी कैसे संघर्ष करते हुए वे सफल हुए और यही संघर्ष आप लोगों को भी सफलता प्राप्त करने के लिए करना है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के पश्चात् संयुक्त संचालक श्रीमती सुचिता तिर्की बेक द्वारा बच्चों एवं समस्त संस्थाओं के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए बच्चों के हित में निरंतर कार्य करते रहने एवं हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम के अंत में सभी बच्चों को पुरस्कार प्रदान किये गए। सम्पूर्ण कार्यक्रम का संचालन श्री आबिद अली एपीसी आईईडी जिला शिक्षा केंद्र द्वारा एवं समन्वय श्री शैलेन्द्र सोलंकी द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में मोबाइल स्रोत सलाहकारों का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा। कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी श्री मंगलेश व्यास, सिम्चा आइलैंड के संचालक श्री शशिकांत जैन, श्री मनीष भोसले, श्री मुकेश गोस्वामी, श्री अतुल आदि भी उपस्थित थे।
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