
शहर में निर्माणाधीन मेट्रो का रूट बदलकर पिपलियाहाना चौराहा, कृषि कॉलेज से होते हुए एम वाय की ओर, वाले मार्ग पर मेट्रो को चलाई जाए जिससे इसकी, उपयोगिता और अधिक बढ़कर नागरिकों को ज्यादा लाभ मिल सके। इस विषय को लेकर शहर की विभिन्न सामाजिक संस्थाओं का प्रतिनिधिमंडल नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय से मिला एवं ज्ञापन देकर शहर के नागरिकों के हित में निर्माण के दौरान नागरिकों को कम कष्ट और असुविधाओं का सामना करना पड़े, इस विषय पर चर्चा कर ज्ञापन दिया। श्री कैलाश विजयवर्गीय ने मेट्रो रूट को लेकर परीक्षण कराने का आश्वासन दिया। सामाजिक कार्यकर्ता इंजी. अतुल सेठ ने बताया कि वर्तमान में मेट्रो का निर्माण गांधीनगर से सुपर कारिडोर से होते हुए बंगाली कॉलोनी चौराहे तक किया जा रहा है, यहां से शहर की ओर मुड़ने की और पत्रकार चौराहा, पलासिया चौराहा होते हुए उच्च न्यायालय पर अंडरग्राउंड होगी और जमीन के नीचे होकर यहां से एयरपोर्ट तक जाएगी, महात्मा गांधी मार्ग पर इन्द्रप्रस्थ टावर के आगे से ओपन खुदाई होगी जिससे गांधी मार्ग पर लंबे समय तक यातायात में व्यवधान होगा एवं रास्ता बंद करना पड़ेगा। करीब 2 साल तक नागरिकों को अकल्पनीय असुविधाओं का सामना करना पड़ेगा अतः मेट्रो के रूट को बंगाली कॉलोनी चौराहे से आगे बढ़ाकर पिपलियाहाना चौराहा से कृषि महाविद्यालय वाले रोड, एम वाय से सरवटे बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन तक वाले रोड पर बनाई जाए तो अधिकतम नागरिकों को सुविधा मिलेगी एवं निर्माण के दौरान भी कम परेशानियां होगी, साथ ही नए बन रहे जिला न्यायालय तथा एम वाय अस्पताल में आने वाले मरीजों को भी लाभ मिल सकेगा, अतः शहर और नागरिकों के हित में इस विकल्प पर विचार कर फिजिबिलिटी रिपोर्ट का अध्ययन कराया जाए। श्री विजयवर्गीय ने प्रतिनिधिमंडल की बातों को गंभीरतापूर्वक सुना एवं परीक्षण कराने का आश्वासन दिया। श्री अजीतसिंह नारंग, वी के गुप्ता ने इंदौर के लिए योग्य मास्टर प्लान बनाने का निवेदन किया, परीक्षण का ठोस आश्वासन मिला।
प्रतिनिधिमंडल में अतुल सेठ, अभ्यास मंडल के अध्यक्ष रामेश्वर गुप्ता, शिवाजी मोहिते, शफी शेख इंदौर उत्थान अभियान के अजीत सिंह नारंग, वी के गुप्ता सानंद न्यास के श्री निवास कुटुंबले, सेवा सुरभि के ओमप्रकाश नरेडा आदि उपस्थित थे।